बिहार में वोटर लिस्ट को लेकर गरमाई सियासत: पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग पर लगाया वोट चोरी का आरोप

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पटना, 7 जुलाई:

बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि आयोग गरीबों का वोट चुराने की साजिश रच रहा है।

खेड़ा ने कहा कि आयोग पहले विज्ञापन जारी करता है कि वोटर लिस्ट में सुधार होगा, फिर उसी विज्ञापन के खिलाफ बयान जारी कर देता है। यह पूरा सिलसिला एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें वोटर लिस्ट से गरीबों के नाम हटाए जा रहे हैं।

25-30 दिन में कैसे पूरा होगा इतना बड़ा काम?

पवन खेड़ा ने सवाल उठाया कि जब पहले यह प्रक्रिया पूरे एक साल में हुई थी, तो अब केवल 25-30 दिनों में यह कैसे पूरी हो जाएगी? उन्होंने कहा कि इस वक्त मानसून का मौसम है, और ऐसे में यह प्रक्रिया और भी कठिन हो जाती है।

“सरकार जल्दबाज़ी में वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ करना चाहती है, इसलिए कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है,” खेड़ा ने कहा।

गरीबों के वोट पर साज़िश?

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जिन लोगों के पास संसाधन नहीं हैं, जिनकी आवाज़ नहीं सुनी जाती – ऐसे गरीब लोगों के वोट को निशाना बनाया जा रहा है। खेड़ा ने कहा कि नाम हटाना या नाम जोड़ने में गलती करना, लोकतंत्र पर सीधा हमला है।

पीएम मोदी की विदेश यात्राओं पर तंज

पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जब भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समर्थन की ज़रूरत होती है, तो कोई बड़ा देश भारत के साथ नहीं खड़ा होता।

“पहालगाम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हुआ, लेकिन किसी भी बड़े देश ने भारत के समर्थन में आवाज़ नहीं उठाई।”

BRICS सम्मेलन पर भी उठाए सवाल

खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी ने ब्राजील में हुए BRICS सम्मेलन में हिस्सा लिया, लेकिन उसका कोई ठोस परिणाम नहीं निकला। “जब चीन और रूस जैसे बड़े देश ही उस बैठक में नहीं थे, तो ऐसे सम्मेलनों का क्या मतलब?” उन्होंने सवाल किया।

कांग्रेस की चेतावनी

पवन खेड़ा ने अंत में कहा कि कांग्रेस पार्टी गरीबों और आम जनता के वोट व अधिकारों की लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि वह निष्पक्ष तरीके से काम करे और किसी भी गरीब या आम आदमी का वोट न काटे।

“जरूरत पड़ी तो हम सुप्रीम कोर्ट में और मजबूती से अपनी बात रखेंगे।”