सावन 2025 की शुरुआत कब से?
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन (श्रावण) मास की शुरुआत 23 जुलाई 2025 (बुधवार) से होगी। यह पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित होता है, और इसमें आने वाले सभी सोमवार विशेष महत्व रखते हैं। इस बार सावन पूरे 30 दिनों का होगा और श्रावण अमावस्या 21 अगस्त को पड़ेगी।
सावन 2025 में सोमवार व्रत की पूरी लिस्ट:
सोमवार | तिथि | दिनांक |
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पहला सोमवार | 1 | 28 जुलाई 2025 |
दूसरा सोमवार | 2 | 4 अगस्त 2025 |
तीसरा सोमवार | 3 | 11 अगस्त 2025 |
चौथा सोमवार | 4 | 18 अगस्त 2025 |
विशेष: इस बार सावन में चार सोमवार पड़ रहे हैं। जिन श्रद्धालुओं की मन्नतें अधूरी हैं, वे इस पूरे मास व्रत रखें, शिव को बेलपत्र चढ़ाएं और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
सावन मास का धार्मिक महत्व
श्रावण मास को भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना माना जाता है। इस दौरान भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं, बेलपत्र, धतूरा और दूध चढ़ाकर भगवान को प्रसन्न करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मास में सोमवार का व्रत रखने से विवाह, संतान, नौकरी और स्वास्थ्य संबंधी बाधाएं दूर होती हैं।
सावन सोमवार व्रत की विधि
- प्रातः स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें।
- घर के मंदिर या शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर गंगा जल, दूध, शहद और घी से अभिषेक करें।
- बेलपत्र, धतूरा, सफेद फूल अर्पित करें।
- ओम् नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जप करें।
- शाम को व्रत कथा पढ़ें और आरती करें।
- व्रत खोलते समय फलाहार करें या एक समय सात्विक भोजन लें।
इस सावन में क्या करें और क्या न करें?
क्या करें:
- ब्रह्मचर्य का पालन करें
- सात्विक भोजन करें
- सच्चे मन से भगवान शिव का ध्यान करें
- गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें
क्या न करें:
- प्याज, लहसुन, मांस-मदिरा का सेवन
- झूठ बोलना या किसी का अपमान
- शिवलिंग पर तुलसी पत्र अर्पित करना
- काले वस्त्र पहनना
इस सावन में विशेष संयोग
2025 में सावन सोमवार के साथ कुछ खास योग भी बन रहे हैं जैसे शिव योग, सिद्धि योग और अमृत योग। ये योग व्रत और पूजा के प्रभाव को कई गुना बढ़ा देते हैं।